आईआईएम तिरुचिरापल्ली के बारे में
2011 में स्थापित, भारतीय प्रबंधन संस्थान तिरुचिरापल्ली (आईआईएम त्रिची/आईआईएमटी) शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है। यह भारतीय प्रबंधन संस्थान अधिनियम, 2017 द्वारा शासित है, जो आईआईएम त्रिची को वैधानिक दर्जा प्रदान करता है। यह संस्थान तमिलनाडु के एक ऐतिहासिक मंदिर शहर तिरुचिरापल्ली (त्रिची) में अपने आधुनिक 175 एकड़ परिसर से संचालित है। राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2025 में, आईआईएम त्रिची को प्रबंधन श्रेणी में 16 वें स्थान पर रखा गया था, जो देश के प्रमुख व्यावसायिक स्कूलों के बीच अपनी स्थिति की पुष्टि करता है।
आईआईएम तिरुचिरापल्ली कार्यक्रमों का एक व्यापक पोर्टफोलियो प्रदान करता है, जिसमें इसके प्रमुख पीजीपीएम (एमबीए), पीजीपीएम-एचआर (एमबीए-एचआर), पीजीपीबीएम (कामकाजी अधिकारियों के लिए एमबीए, चेन्नई परिसर), प्रबंधन में पीएचडी और वरिष्ठ पेशेवरों के लिए कार्यकारी पीएचडी शामिल हैं। इसके कार्यकारी शिक्षा सूट में प्रबंधन विकास कार्यक्रम, नेतृत्व प्रबंधन कार्यक्रम और उद्योग-केंद्रित प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम शामिल हैं। अपने आदर्श वाक्य "ज्ञान अनंत है" (ज्ञानम अनंतम) द्वारा निर्देशित, आईआईएम त्रिची निरंतर सीखने, प्रभावशाली अनुसंधान और उद्योग जुड़ाव की संस्कृति को बढ़ावा देता है।
उत्कृष्टता का प्रतिरूपण - हमारे अस्तित्व का मानस
आईआईएम की ख्याति प्रबंधन शिक्षा में उत्कृष्टता का पर्याय बन गई है तथा भारत में अटल गुणवत्ता के लिए एक कीर्तिमान स्थापित किया है। आईआईएम त्रिची का उद्देश्य उद्योग के लिए सक्षम पेशेवरों को विकसित करने और भारत में गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान हेतु अपनी नींव रखना है।
कड़ी मेहनत, दृढ़ता, जुनून और अखंडता सफलता प्राप्ति हेतु कुछ आवश्यक गुण हैं। आईआईएमटी को प्रख्यात संकाय और प्रेरित छात्रों के समूह पर गौरव है, जो इसकी रीढ़ हैं। छात्रों का चयन पूरी तरह से जाँच प्रक्रिया के बाद किया जाता है और आईआईएमटी सर्वोत्कृष्ट छात्र-शिक्षक के अनुपात को सुनिश्चित करने में उत्कृष्ट दायित्व का निर्वहन करता है ताकि बेहतर शिक्षा को प्रोत्साहन मिले और उपयुक्त मार्गदर्शन प्रदान किया जा सके।
मार्गदर्शक तारा
"ज्ञान अनंत है" एक आदर्श वाक्य है जिसने आईआईएम तिरुचिरापल्ली को दृढ़ता से नियंत्रित किया है। आईआईएमटी के पास प्रबल मूल्य हैं जो वह अपने छात्रों को प्रदान करता है, जिनमें सीखने की एक दृढ़ इच्छा प्रथम है। यह भी दृढ़ता से विश्वास करता है कि मूल्य निर्माण की नींव निरंतर सीखने के मार्ग में निहित है।
संस्थान इस तथ्य को स्वीकार करता है कि इसके छात्र भविष्य की उन्नति के लिए परिवर्तन के मुख्य स्त्रोत होंगे और इसलिए, उन्हें भविष्य के अधिनायकों के रूप में गढ़ने का प्रमुख उत्तरदायित्व है। आईआईएमटी छात्रों को उनके कार्य अनुभव और शैक्षणिक पृष्ठभूमि के साथ-साथ चुनौतियों के लिए उनकी प्रवृत्ति के आधार पर अपने शैक्षणिक पृष्ठभूमि पर निर्णय लेने की पूरी स्वतंत्रता देता है और उन्हें अपने सीखने के अनुभव में वृद्धि हेतु अनुकूल वातावरण प्रदान करता है।